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कैमरा (Camera) का अविष्कार किसने किया – सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम देखने वाले है की camera ka avishkar kisne kiya. आज के इस ज़माने में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो कैमरा के बारे में न जानता हो. हम सभी को पता है की कैमरा क्या है और किस काम के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है !

कैमरा का इस्तेमाल फोटो खींचने के लिए किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते है की इस camera की खोज किसने की ? या फिर यह कैमरा काम कैसे करता है. अगर नहीं जानते तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको कैमरा से जुडी सभी जानकारी विस्तार से समझाने वाले है. इसी लिए आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़े !

Camera का अविष्कार किसने किया ?

दोस्तों इंटरनेट पर मौजूद जानकारी के अनुसार सबसे पहले कैमरा ऑब्स्क्योरा के रूप में आया. इसका आविष्कार ईराकी वैज्ञानिक इब्न-अल-हज़ैन (१०१५-१०२१) ने किया. इसके बाद अंग्रेज वैज्ञानिक राबर्ट बॉयल एवं उनके सहायक राबर्ट हुक ने सन १६६० के दशक में एक सुवाह्य (पोर्टेबल) कैमरा विकसित किया।

सन १६८५ में जोहन जान (Johann Zahn) ने ऐसा कैमरा विकसित किया जो सुवाह्य था और तस्वीर खींचने के लिये व्यावहारिक था. इसी लिए अगर आप गूगल पर सर्च करते है की दुनिया का सबसे पहला कैमरा या फिर कैमरा का अविष्कार किसने किया तो आपको Johann Zahn का नाम नजर आएगा !

विविध प्रकार के कैमरे

  • अंकीय एकतालीय प्रतिबिम्ब कैमरा (Digital single-lens reflex camera)
  • मूवी कैमरा
  • एकतालीय प्रतिबिम्ब कैमरा (single-lens reflex camera)
  • द्वितालीय प्रतिबिम्ब कैमरा (Twin-lens reflex camera)
  • विडियो कैमरा (Video camera)

Camera का इतिहास – History of Camera in hindi

सन १६८५ में जोहन जान (Johann Zahn) ने कैमरा का अविष्कार किया. 1816 में, नाइसफोर नीपसे ने अपने द्वारा बनाए गए कैमरे का उपयोग करके एक फोटोग्राफ बनाया, और एक पेपर सिल्वर क्लोराइड के साथ लेपित किया गया था. दुर्भाग्य से, उन्हें पता नहीं चला कि अनुपचारित चांदी क्लोराइड को कैसे हटाया जाए. इसका मतलब यह है कि फोटो को देखने के लिए आवश्यक प्रकाश द्वारा पूरी तरह से अंधेरा कर दिया गया था. यनि की उस फोटो को उजाले में नहीं देखा जा सकता था !

1833 में निएसेप की मृत्यु के बाद लुईस डागुएरे ने कैमरों के साथ प्रयोग करना जारी रखा. जिसके परिणामस्वरूप 1837 में पहली व्यावहारिक फोटोग्राफिक प्रक्रिया शुरू हुई daguerreotype को डब किया गया. इसमें छवियों को बनाने के लिए आयोडीन वाष्प के साथ इलाज किए गए चांदी-प्लेटेड तांबे का इस्तेमाल किया गया. यह 1839 में जनता के लिए बहस का विषय बनने के बाद बेतहाशा सफल रहा. कैमरे की गति जो केवल समय के रूप में बढ़ती गई, इससे आगे की खोज करने के रास्ते खुल गए !

उस समय कैमरा काफी बड़े आकर के होते थे लेकिन कोडक कैमरा ने बाजार में धूम मचा दी. जॉर्ज ईस्टमैन ने अपने कोडक कैमरों को बेचना शुरू किया. जो औसत उपभोक्ता के लिए सस्ती और काफी छोटे थे. इस कैमरा की मदत से १०० तक तस्वीरें खींची जा सकती थी जो की एक बहुत बड़ी थी. 900 में उन्होंने ब्राउनी कैमरा पेश किया जिसमें जनता को स्नैपशॉट का परिचय दिया गया !

एक अन्य सामान्य प्रकार की फिल्म 35 MM थी उस समय आमतौर पर सस्ते कैमरे रोल फिल्म का उपयोग करते थे जबकि उच्च कैमरा अंत 35 MM का उपयोग करते थे .आखिरकार, निचले स्तर के कैमरे ने भी 35 MM फिल्म का उपयोग करना शुरू कर दिया था हालांकि कम से कम महंगे कैमरे अभी भी रोल फिल्म का उपयोग करते है !

प्रसिद्ध कैमरा कंपनी कैनन ने इस अवधि के दौरान अपनी शुरुआत की थी. कोरियाई युद्ध के बाद अन्य जापानी कैमरों से लोकप्रियता हासिल की. सिंगल-लेंस रिफ्लेक्स (एसएलआर) कैमरे भी जनता के साथ कआकर्षण प्राप्त कर रहे थे क्योंकि प्रौद्योगिकी ने उन्हें कम भारी बना दिया था. दोनों एसएलआर और ट्विन-लेंस रिफ्लेक्स (टीएलआर) कैमरे पहले उपलब्ध थे !

इंस्टेंट कैमरे जैसे कि प्रसिद्ध पोलरॉइड पहली बार 1948 में बाजार में दिखाई दिए पहले के कैमरा तस्वीर खींचने में ज्यादा समय लेते थे. लेकिन मिनटों के भीतर तस्वीरों को प्रिंट करने और देखने की सरल प्रकृति और क्षमता ने उन्हें लॉन्च के समय उच्च मूल्यों के साथ अनुभव कराया और लोकप्रिय बना दिया. उसके बाद अभी के समय में बाजार में डिजिटल कैमरा आये जिसके बारे में तो आप सभी को जानकारी है यह कैमरा आगे भी ऐसे ही अपडेट होते रहेंगे !

Camera में आये बदलाव

दोस्तों फोटोग्राफी के अलग-अलग पीढ़ियों में कैमरा भी बदलता रहा है. आज-कल अलग-अलग डिवाइज में कैमरा लगा आता है क्योकि आज के समय में हम हर एक पल को यादगार बना लेना चाहते है. तो चलिए हम जानते है की शुरू से ले कर अब तक कैमरा में कितने और कैसे बदलाव आये है !

Camera Obsclra

पुराने ज़माने में जब कैमरा नहीं थे तो किसी इमेज को ट्रेस करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता था. पहले के कैमरा लगभग कमरे के आकर के होते थे जिन्हे एक जगह से दुरी जगह नहीं ले जाया सकता था. इन कैमरा को फोटो को खींचने में भी लगभग ५से ६ घंटे लगते थे. लेकिन समय के साथ-साथ इनके मॉडल बदलते गए और और यह छोटे होते गए !

Calotypse

जैसा की हम सब जानते है १८१६ में निप्से ने कैमरा इमेज की पहली फोटोग्राफी निकाली. निप्से की मौत के बाद १८३९ में उनके पार्टनर लुइस डेगूरे ने पहला प्रैक्टिकल फोटोग्राफी प्रोसेस बनाया जिसे उन्होंने डेगुरिओटाइप नाम दिया. १८४० में हेनरी फॉक्स ने Calotypse नाम की एक नयी प्रोसेस विकसित की इससे एक ही फोटो की कई सारी कॉपी बनाई जा सकती थी !

Kodak Camera

जॉर्ज ईस्टमैन ने पहली बार पेपर फिल्म का इस्तेमाल किया और उनके पहले कैमरा को उन्होंने Kodak नाम दिया. जो की १८८८ में मर्केट में आया था इसमें १०० फोटो लेनी की क्षमता थी. और फिल्म खत्म होने पर फिल्म को बदला भी जा सकता था. यह उस समय की बहुत ही बड़ी उपलब्धि थी कैमरा फिल्म के इस्तेमाल से मूवी फिल्म का अविष्कार हुवा है !

TLR और SLR

TLR का फूल फॉर्म होता है Twin-lens reflex camera और SLR का फूल फॉर्म होता है single-lens reflex camera. पहला रिफ्लेक्स कैमरा १९२८ में TLR के रूप में आया और यह कैमरा काफी पॉपुलर भी हुवा सन १९३३ में SLR का डिजाइन बनना शुरू हुवा जिसमे १२७ रोल फिल्म लगी हुई थी ३ साल बाद १३५ फिल्म के साथ एक नया मॉडल आया !

Nikon DSLR

1989 में जापानी कंपनी Nikon ने अपना पहला DSLR कैमरा लॉन्च किया. जिससे Kodak और बाकि कैमरा का मार्किट काफी हत तक डाउन हो गया. इस कैमरा को लोगो ने काफी पसंद किया क्योकि इसकी इमेज क्वलिटी बहुत ही ज्यादा अच्छी थी. उसके बाद हर जगह पर Nikon का DSLR कैमरा ही चलने लगा. अब सभी जगहों पर शूटिंग के लिए इसी कैमरा का उपयोग किया जाता है !

अंतिम शब्द

तो दोस्तों यह था camera का अविष्कार किसने किया और कैमरा का सम्पूर्ण इतिहास. आशा करते है आपको कैमरा के बारे में सम्पूर्ण जानकरी मिल गयी होगी और आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा होगा. अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे और साथ ही वेबसाइट के नोटिफिकेशन बेल को भी ऑन कर दें. ताकि आने वाले समय में आप कोई भी आर्टिकल मिस ना करे क्योकि हम ऐसे ही हेल्पफुल आर्टिकल आपके लिए रोजाना लाते रहते है. अगर आपको इस आर्टिकल से जुडी कोई भी समस्या या सवाल हो तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते है धन्यवाद !

Rahul Patil
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Rahul Patil is the founder of TechYatri.com, With a bachelor’s degree in computer science, Rahul specializes in delivering insightful gadget reviews, software reviews, Tech trends, and detailed how-to guides. Through TechYatri, he aims to simplify complex tech concepts and provide trustworthy, reliable content to a growing audience of tech enthusiasts.

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3 COMMENTS

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