दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम देखने वाले है सिमकार्ड कैसे काम करता है . आज के समय में हर किसी व्यक्ति के पास मोबाइल देखने को मिलेगा चाहे वह छोटा बच्चा हो या कोई बुजुर्ग व्यक्ति . और हर किसी को मोबाइल का इस्तेमाल करना भी अच्छी तरीके से आता है . क्योकि बदलते समय के अनुसार मोबाइल एक तरीके से जरूरत बन गयी है .
मोबाइल में सबसे जरुरी चीज होती है सिम कार्ड ! जिसकी मदत से हम किसी भी व्यक्ति को कॉल कर बाते कर सकते है , मेसेज कर सकते है और इंटरनेट भी चला सकते है . दोस्तों सिम कार्ड किस काम आता है यह तो हर किसी को पता ही है . लेकिन क्या आप जानते है यह सिमकार्ड कैसे काम करता है ? अगर नहीं जानते तो इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़े . क्योकि हम इसी विषय पर आज चर्चा करने वाले है !
सिमकार्ड क्या है ? – what is sim card in hindi
दोस्तों सिम का फुल फॉर्म होता है सब्सक्राइबर आइडेंटिटी मॉड्यूल . हम सभी लोग अपने रोजाना जीवन में मोबाइल का इस्तेमाल तो करते ही है . और सिम कार्ड के बिना हमारा मोबाइल फोन अधूरा रहता है . सिम कार्ड एक इलक्ट्रोनिक चिप होती है . जिसे मोबाइल में डालते ही वह हमारे मोबाइल सिस्टम के साथ कनेक्ट हो जाता है और कनेक्ट होते ही हम किसी भी व्यक्ति से कॉल कर बात कर सकते है !
सिम कार्ड अलग अलग कम्पनी के होते है और जिस कम्पनी का हमारा सिम कार्ड होता है उसके नजदीकी GSM नेटवर्क के साथ हमारा सिमकार्ड कनेक्ट हो जाता है और हम आसानी से किसी को भी कॉल कर सकते है , मेसेज कर सकते है और साथ ही में इंटरनेट भी चला सकते है !
सिमकार्ड कैसे काम करता है
दोस्तों सिम कार्ड एक छोटासा इलेक्ट्रॉनिक चिप होता है . और इसे मोबाइल फोन में डालने के बाद यह मोबाइल के सिस्टम के साथ कनेक्ट हो जाता है . और यह मोबाइल से अपने कम्पनी द्वारा स्थापित नजदीक के कोई GSM नेटवर्क को सर्च करता है . अगर सर्च में उसे कोई GSM नेटवर्क मिल जाता है तो वे उससे कनेक्ट हो जाता है !
यह GSM नेटवर्क मोबाइल के ट्रांसलेटर से सिग्नल भेज कर कनेक्ट होता है . और कनेक्ट होने के बाद आप इसकी मदत से किसी को भी कॉल कर सकते है . और कॉल रिसीव भी कर सकते है . जब भी हम अपने मोबाइल नंबर से कोई अन्य नंबर डायल करते है तो वे अपने कम्पनी द्वारा स्थापित नजदीक के किसी GSM नेटवर्क से फोन की पहचान करता है !
और जो नंबर आपने डायल किया है उसके इन्फॉर्मेशन सैटलाइट की मदत से सर्च कर उसको कनेक्ट करने में मदत करता है . तो इस तरह से आप किसी भी व्यक्ति को कॉल कर उससे बात कर पाते है . इसके आलावा आप सिमकार्ड की मदत से मेसेज भी कर सकते है , अपने मोबाइल फोन में इंटरनेट चला सकते है और भी बहुत से काम आप सिमकार्ड की मदत से कर सकते है !
सिम कार्ड के पार्ट्स – Parts of simcard
दोस्तों जैसे की हम जानते है की कोई भी वस्तु किसी एक तरह के मटेरियल से नहीं बनी होती . उसमे काफी अलग अलग पार्ट्स यानि मटेरियल का इस्तेमाल किया जाता है . ठीक वैसे ही हमें सिम कार्ड भलेही एक दीखता हो . लेकिन उस छोटेसे दिखने वाले सिमकार्ड में भी कई तरह के अलग अलग पार्ट्स होते है . तो चलिए जानते है उन पार्ट्स के नाम !
१ ) INPUT / OUTPUT
२) GND ( GROUND )
३) CLOCK
४) VPP
५) RESET
६) VCC
७) ICCID ( INTEGRATED CIRCUIT CARD IDENTIFIER )
दोस्तों हमारे छोटेसे दिखने वाले सिमकार्ड में यह सब पार्ट होते है . जिसकी मदत से हमारा सिमकार्ड प्रॉपर तरीके से काम कर पाता है . आपने सिमकार्ड की चिप पर देखा होगा कुछ लाइंस बानी होती है . और हर लाइन में एक अलग अलग पार्ट्स होते है . वही पार्ट्स जिनके नाम ऊपर दिए गए है !
सिम कार्ड के प्रकार – Types of SIM card in hindi
दोस्तों जैसा की हम सब जानते है की एक ही सिम कार्ड हर किसी कम्पनी के फोन में नहीं लगता . क्योकि सिमकार्ड तीन प्रकार के होते है . और जो मोबाइल फोन का सिम शॉकेट होता है वह भी इन तीनो सिमकार्ड के साइज के अनुसार अलग अलग प्रकार से बनाया जाता है . और उसी टाइप का सिम शॉकेट में आप लगा सकते है . तो चलिए जानते है आखिर यह सिम कार्ड के ३ टाइप्स कौनसे है !
१) NORMAL SIM
२) MICRO SIM
३) NANO SIM
1. NORMAL SIM – दोस्तों यह जो नॉर्मल सिम कार्ड है यह अभी के समय में इस्तेमाल किया जाने वाला सबसे बड़ा सिमकार्ड है ! जैसे की आप सब जानते इस सिमकार्ड का इस्तेमाल छोटे मोबाइल ( बटन वाले फोन ) में किया जाता है . जो की हालही में काफी कम लोग इस्तेमाल करते है . यह सिम कार्ड आप एंड्रॉइड फोन में नहीं चला सकते . इसे एंड्रॉइड फोन में चलने के लिए आपको पहले इस सिम कार्ड माइक्रो सिम या नैनो सिम में कन्वर्ट करना होगा यानि कट करना होगा !
2. MICRO SIM – दोस्तों इस सिमकार्ड का साइज नॉर्मल सिम से लगभग आधा होता है . और इस सिमकार्ड की जो इलेक्ट्रॉनिक चिप है उस चिप के बहार एक प्लास्टिक की बॉर्डर होती है . इस सिम का इस्तेमाल आप एंड्रॉइड फोन में कर सकते है . लेकिन कुछ एंड्रॉइड फोन ऐसे भी है जिनमे यह सिम कार्ड नहीं डाल सकते . तो ऐसे में इस सिम को हमें नैनो सिम में कन्वर्ट करना पड़ता है . यह सिम आप बटन वाले फोन में इस्तेमाल नहीं कर सकते !
3. NANO SIM – दोस्तों नैनो सिम माइक्रो सिम का ही छोटा वर्जन है . जिसका साइज माइक्रो सिम की तुलना में भी काफी छोटा है . इस सिम का इस्तेमाल आप एंड्रॉइड फोन और आय फोन में कर सकते है . लेकिन बहुत कम ऐसे एंड्रॉइड फोन्स है जिनमे आप इस सिम का इस्तेमाल कर सकते है . क्योकि यह सिम खास कर आय फोन यूजर्स ही इस्तेमाल करते है . अगर देखा जाये तो यह तीनो सिम सामान प्रकार का डाटा स्टोर करते है !
तो दोस्तों यह थे सिम के ३ प्रकार . लेकिन क्या आप जानते है इन ३ सिम्स के आलावा एक सिम ऐसा भी है जो की नैनो सिम से भी छोटा है . और उसका नाम है इ-सिम तो चलिए दोस्तों इस इ-सिम के बारे में हम विस्तार से जानते है . की आखिर यह इ-सिम क्या है . और उससे हमें क्या फायदे हो सकते है !
इ-सिम क्या है – what is e-sim in hindi
दोस्तों इ-सिम का फुल फॉर्म होता है इंबेडेड सिम . इ-सिम एक इलेक्ट्रॉनिक चिप होती है . जो की नैनो सिम से भी छोटी होती है . हम जो नॉर्मल सिम इस्तेमाल करते है वह सिम हमें किसी भी मोबाइल शॉप से खरीदना पड़ता है . और फिर अपने मोबाइल में डालना पड़ता है . लेकिन इ-सिम एक ऐसा सिम है जो की पहलेसेही आपके मोबाइल फिट कर दिया जाता है !
दोस्तों आप जब इ-सिम वाला मोबाइल खरीदते है तो आपका सिम किसी भी कम्पनी का नहीं रहता . मोबाइल खरीदने के बाद आप किसी भी कम्पनी की सदस्यता ले सकते है . जैसे की जिओ , एयरटेल आप जिस कम्पनी की चाहो उस कम्पनी की सदस्यता ले सकते है . और इ-सिम में खास बात यह है की आप जब चाहे तब अपनी सदस्यता बदल भी सकते है !
यानि की अगर आपने मोबाइल खरीदने के बाद जिओ की सदस्यता ली है . और कुछ समय बाद अगर आप अपनी सदस्यता बदलकर एयरटेल में करना चाहते है . वे भी आप आसानी से कर सकते है . लेकिन यह सिम हालही के समय में सिर्फ आईफोन यूजर्स के लिए काम करता है . आय फोन में ही इस सिम को फिट किया जाता है !
अन्य किसी भी एंड्रॉइड फोन में आपको इ-सिम नहीं मिलेगा . आईफोन यूजर्स इ-सिम के साथ ही अपना नॉर्मल सिम भी इस्तेमाल कर सकते है . हो सकता है आने वाले समय में इ-सिम एंड्रॉइड फोन में भी काम करे और एंड्रॉइड यूजर्स भी इ-सिम का लाभ ले सके . अब जानते है की इ-सिम के फायदे क्या है !
इ-सिम के फायदे
- दोस्तों आपने देखा होगा नॉर्मल सिम पर स्क्रैच पड़ जाते है और सिम ख़राब हो जाता है लेकिन इ-सिम में ऐसा बिलकुल नहीं होता क्योकि यह इनबिल्ट होता है इसीलिए आपका इ-सिम कभी भी ख़राब नहीं होता .
- अगर आपका फोन चोरी हो जाता है तो चोर इ-सिम को नहीं निकाल सकता और आप आसानी से अपने फोन को ट्रेस कर ढूंढ सकते है .
- आपने जिस कम्पनी की सदस्यता ली है और आप उसे बदलना चाहते है तो आप बड़ी आसानी से अपनी सदस्यता बदल सकते है . बिना किसी परेशानी के . आपको जिस कम्पनी की सदस्यता लेनी है आपको बस उसे कॉल करना है . और बताना है की हमें आपकी सदस्यता चाहिए वह आपको एक QR कोड भेजेंगे आपको उसे स्कैन करना है . १ घंटे के अंदर आपकी सदस्य्ता बदल दी जाएगी .
- इ-सिम वाले फोन में आप इ-सिम के सिवाय एक दूसरा फ़िज़िकल सिम भी डाल सकते है जिससे आप इ-सिम के साथ साथ अन्य सिम का भी लाभ उठा सकते है .
अंतिम शब्द
तो दोस्तों यह था सिमकार्ड कैसे काम करता है . और इसके साथ ही हमने इ-सिम की भी जानकारी ली . उम्मीद है आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा होगा . अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे . और वेबसाइट के नोटिफिकेशन बेल को भी ऑन कर दे . ताकि आने वाले समय में आप कोई भी आर्टिकल मिस ना करे . अगर आपको इस आर्टिकल से जुडी कोई भी समस्या हो तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते है धन्यवाद !