पिछले कुछ दिनों से वेदांत प्रोजेक्ट को लेकर देश में राजनीती चल रही है की यह प्रोजेक्ट महाराष्ट्र में आएगा या गुजरात में इसी विच वेदांत के अध्यक्ष, अनिल अग्रवाल ने कहा कि एक स्वतंत्र एजेंसी ने गुजरात को नए प्लांट के लिए अनुकूल स्थान के रूप में चुना है। वही अनिल अग्रवाल ने यह भी कहा की यदि चिप्स भारत में बने तो भारत में लैपटॉप की कीमतें 60% तक कम हो सकती है। अगर सेमीकंडक्टर चिप्स भारत में ही बने तो भारत में लैपटॉप काफी सस्ती कीमतों में मिलेंगे, यहाँ पर हमने इसके बारे में विस्तार से बताया है।
भारत में लैपटॉप की कीमतें 60% तक कम हो सकती हैं
इस प्रोजेक्ट के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने भारत में सेमीकंडक्टर प्लांट होने का महत्व समझते हुए कहा की अगर यह प्लांट भारत में शुरू होता है और भारत में एक बार चिप्स और ग्लास उपलब्ध हो जाने के बाद 1 लाख रुपये कीमत वाला लैपटॉप महज 40 हजार या उससे काम कीमत में देश में मिलेगा। यानि लैपटॉप की कीमतें 60 प्रतिशद से कम हो जाएगी।

वेदांत के अध्यक्ष के अनुसार, भारत के लिए इस प्रोजेक्ट को लेकर परियोजना प्राप्त करना महत्वपूर्ण था, क्योंकि वर्तमान समय में सेमीकंडक्टर के प्लांट केवल तीन देशों में है – कोरिया, चीन और ताइवान।
अग्रवाल ने आगे कहा कि “हम लैपटॉप, मोबाइल फोन आदि का निर्माण नहीं करेंगे, लेकिन हम निर्माताओं को प्रोत्साहित करने के लिए एक क्लस्टर बनाने जा रहे हैं”।
Vedanta के लोकेशन को लेकर महाराष्ट्र और गुजरात विवाद
कुछ दिनों से भारत में बन रहे वेदांत सेमीकंडक्टर प्लांट के लोकेशन को लेकर चर्चाएं काफी जोरों से चल रही थी की आखिर यह प्लांट महाराष्ट्र में लगेगा या गुजरात में लेकिन अंत में यह प्रोजेक्ट गुजरात को मिल चूका है और इसपर बोलते वक़्त अनिल अग्रवाल ने कहा कि “गुजरात साइट का चयन एक स्वतंत्र एजेंसी और फॉक्सकॉन द्वारा किया गया था। हमारे पास विशेषज्ञों के रूप में दो अन्य सलाहकार भी थे, और वे पिछले डेढ़ महीने से सभी जगहों पर घूमने के लिए काम कर रहे हैं क्योंकि उन्हें भूमि, बंदरगाह, कुशल लोगों, विश्वविद्यालय के आसपास रहने की विशिष्ट आवश्यकता थी, आदि। इसलिए, उन्होंने गुजरात की सिफारिश की।”
आपको बता दें , सेमीकंडक्टर और विनिर्माण इकाई स्थापित करने के लिए वेदांता और फॉक्सकॉन द्वारा गुजरात राज्य के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिसके लिए फर्म 1.54 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेंगे और 100,000 रोजगार के अवसर पैदा करेंगे।
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