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Motherboard क्या है – मदरबोर्ड की पूरी जानकारी हिंदी में

कंप्यूटर की इस दुनिया में आपके मन में कभी न कभी यह सवाल जरूर आया होगा – Motherboard क्या है (what is motherboard in hindi) हमारा कंप्यूटर सिस्टम अलग अलग हार्डवेयर पार्ट्स से बनता है उन्ही में से एक है motherboard जो की कंप्यूटर सिस्टम का एक सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है . लेकिन क्या आपको पता है मदरबोर्ड क्या है (what is motherboard in hindi) motherboard के कितने प्रकार है , motherboard में कौन कौनसे पार्ट्स होते है और यह कैसे काम करता है ? आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे motherboard के बारे में पूरी जानकारी , इस आर्टिकल में हम motherboard से जुडी सभी चीजों के बारे में विस्तार से बात करेंगे इसलिए इसे शुरू से लेकर अंत तक जरूर पढ़ें .

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अगर हम पिछले कुछ सालों की बात करे जब से कंप्यूटर का अविष्कार हुआ है तब से आज तक motherboard का आकार और इसके फीचर्स में काफी बदलाव देखने को मिलता है .

पुराने ज़माने के जो motherboards हुआ करते थे उनका साइज काफी ज्यादा होता था और उनकी काम करने की क्षमता और फीचर्स भी आज के modern motherboards से काफी कम थी .

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Motherboard क्या है (What is Motherboard in Hindi)

मदरबोर्ड कंप्यूटर सिस्टम का एक सबसे महत्वपूर्ण पार्ट होता है असल में यह एक इलेक्ट्रॉनिक सर्किट बोर्ड होता है जिससे कंप्यूटर सिस्टम के अन्य छोटे मोटे सभी कम्पोनेंट्स जुड़े होते है . इस इलेक्ट्रॉनिक सर्किट बोर्ड बोर्ड पर RAM , Processor , CMOS , HDD जैसे विभिन्न प्रकार के कंपोनेंट्स जुड़े हुए होते है .

Motherboard वास्तविक में एक HUB का काम करता है , इसमें अलग अलग Port दिए गए होते है जिसकी मदत से कंप्यूटर के अलग अलग पार्ट्स को जोड़ा जा सकता है . इस बोर्ड पर अलग अलग devices आपस में connected होते है जिससे वह आपस में कम्युनिकेशन कर सकते है .

what is motherboard in hindi

कंप्यूटर मदरबोर्ड एक कॉम्पोनेन्ट हब की तरह काम करता है , हर वे External डिवाइस जो हम कंप्यूटर से कंनेक्ट करते है जैसे कीबोर्ड , माउस , pen-drive , नेटवर्क डिवाइस , एअरफोन्स यह सभी चीजे motherboard से ही कंनेक्ट होती है .

motherboard पर एक्सटर्नल devices जोड़ने के लिए अलग अलग पोर्ट दिए होते है जैसे कीबोर्ड , माउस , pen-drive जोड़ने के लिए USB port , एअरफोन्स जोड़ने के लिए Earphone jack और Network devices जोड़ने के लिए RJ45 का पोर्ट motherboard पर दिया होता है .

External Devices के साथ ही motherboard पर internal devices भी कंनेक्ट होती है जैसे RAM , Processor , CMOS , HDD etc .

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जिस प्रकार एक्सटर्नल devices जोड़ने के लिए motherboard पर External Ports दिए होते है ठीक उसी प्रकार मदरबोर्ड पर इंटरनल devices के लिए भी इंटरनल स्लॉट्स दिए होते है जिनकी मदत से RAM , Processor , CMOS , HDD और Graphics card जैसे इंटरनल कम्पोनेंट्स मदरबोर्ड से जोड़े जा सकते है .

अगर मदरबोर्ड के components की बात की जाये तो इसमें हमे विभिन्न प्रकार के कंपोनेंट्स होते है और motherboard में हर एक कॉम्पोनेन्ट का एक विशेष कार्य होता है , आगे हम इन्ही सब कम्पोनेंट्स के बारे में विस्तार से जानने वाले है .

सबसे पहले आपको मदरबोर्ड आर्किटेक्चर को समझना जरुरी है , मदरबोर्ड एक चिपसेट आर्किटेक्चर है जो २ अलग अलग हिस्सों में विभाजित किया गया है जिसे कंप्यूटर की भाषा में Northbridge और Southbridge कहा जाता है .

Northbridge और Southbridge पर अलग अलग कॉम्पोनेन्ट होते है जिनका कार्य अलग अलग होता है लेकिन वह आपस में इंटर-कनेक्टेड होते है और डाटा ट्रांसफर और कम्युनिकेशन जैसे कार्य कर सकते है .

Functions of Motherboard in Hindi:

जैसा की हमने देखा की Motherboard एक HUB का काम करता है और यह हमारे कंप्यूटर सिस्टम में विभिन्न प्रकार के कार्य करता है .

  • अपने सहायक devices को जोड़ने के लिए मदरबोर्ड में अलग अलग प्रकार के सॉकेट्स होते है , Motherboard का पहला फंक्शन यही है की वह devices को कनेक्ट करने के लिए जगह उपलब्ध करवाता है इसीलिए मदरबोर्ड को कंप्यूटर का बैकबोन भी कहा जाता है .
  • मदरबोर्ड के ऊपर लगा हुआ हर डिवाइस दूसरे डिवाइस से आपस में कम्युनिकेशन कर सकता है यह कार्य भी मदरबोर्ड करवाता है .
  • Motherboard से कनेक्टेड हर बाह्य उपकरणों और अंदर के devices को power supply और मैनेज करने का कार्य भी motherboard करता है .
  • प्रोसेसर जिसे कंप्यूटर का दिमाग कहा जाता है , प्रोसेसर को power supply और उसे कूलिंग फैन की मदत से ठंडा रखने का कार्य भी motherboard पर मैनेज किया जाता है .
  • कंप्यूटर सही से स्टार्ट होने के लिए सबसे जरुरी चीज होती है BIOS(Basic Input Output System) , BIOS सेटिंग्स को सुरक्षित रखना और उसे मैनेज करने का कार्य भी motherboard पर होता है .
  • external devices जैसे कीबोर्ड , माउस , USB कंप्यूटर से कनेक्ट करने के लिए Motherboard पर External peripheral slots होते है यह सभी slots भी Motherboard उपलब्ध करवाता है और मैनेज भी करता है .
  • CPU , Graphics card ,Hard Disk , RAM जैसे कंप्यूटर के अलग अलग कम्पोनेंट्स को इनस्टॉल करने के लिए Motherboard स्लाट्स उपलब्ध करवाता है .

Motherboard से जुड़े कुछ अन्य सवाल :

Motherboard Ka Dusra Naam Kya Hai ?

जैसा की हमने देखा की मदरबोर्ड एक हब का काम करता है यह एक बोर्ड होता है जिसके ऊपर बाकि सहयोगी उपकरण जुड़े होते है इसलिए मदरबोर्ड को “Mainboard” भी कहा जाता है , mainboard मतलब कंप्यूटर सिस्टम का सबसे मुख्य बोर्ड . अगर आप इंटरनेट पर ढूंढ रहे है की Motherboard Ka Dusra Naam Kya Hai ? तो आपको बता दें की motherboard का दूसरा नाम Mainboard है .

Motherboard Kitne Prakar Ke Hote Hain ?

वैसे तो हम इस टॉपिक के ऊपर आगे विस्तार में बात करने ही वाले है लेकिन आपको फिर भी बता दें की मदरबोर्ड के मुख्य रूप से २ प्रकार होते है Integrated Motherboard और Non Integrated Motherboard .

Motherboard Ka Full Form

इंटरनेट पर लोग बहुत बार यह सवाल पूछते है की mother board का full form क्या होता है ? लेकीन आपको बता दें की असल में Motherboard का कोई भी फुल फॉर्म नहीं है क्योंकि motherboard यह शब्द है जो दो अलग अलग शब्दों से मिलकर बना हुआ है Mother और board .

motherboard kaise kharab hota hai ?

सामान्य रूप से मदरबोर्ड कई कारणों से ख़राब हो सकते है जिसमे सबसे बड़ा कारन होता है Heating (अधिक गर्मी की वजह से) और बिजली के झटके यही दो सामान्य कारणों की वजह से मदरबोर्ड अधिक ख़राब होते है .

Motherboard Ke Parts (Parts Of Motherboard)

  • USB
  • Parallel port
  • RAM slots
  • Mouse & keyboard
  • CPU slot
  • CMOS Battery
  • ISA slot
  • AGP slot
  • Power supply plug in
  • CPU Chip
  • IDE controller
  • PCI slot
  • Floppy controller

मदरबोर्ड के प्रकार (Types of motherboard in hindi)

motherboard के मुख्य २ प्रकार होते है –

1. Integrated Motherboard

2. Non Integrated Motherboard

Integrated Motherboard :

इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड वे मदरबोर्ड होते है जिनमे अलग अलग devices जोड़ने के लिए ports दिए होते है यह motherboard आमतौर पर कंप्यूटर / लैपटॉप्स में होते है .

Integrated Motherboard से हम विभिन्न प्रकार के कंप्यूटर कम्पोनेंट्स जोड़कर अपने सिस्टम को अपग्रेड कर सकते है . Integrated Motherboard में RAM , graphics card जैसे इंटरनल कम्पोनेंट्स अपग्रेड किये जा सकते है .

इस Motherboard में हम खुद से ग्राफ़िक्स कार्ड लगा सकते है RAM लगा सकते है और Motherboard कुछ भी changes करके सिस्टम को मॉडिफाई कर सकते है .

Non Integrated Motherboard :

नॉन इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड वे मदरबोर्ड होते है जो सिस्टम के अंदर पर्मनेंट्ली फिट किये गए होते है यह motherboard आमतौर पर मोबाइल फ़ोन और tablets में होते है .

इस प्रकार के motherboard में किसी भी प्रकार के बदलाव या अपग्रेड नहीं किया जा सकता है , इस Motherboard में हम खुद से ग्राफ़िक्स कार्ड , RAM नहीं लगा सकते है और Motherboard कुछ भी changes नहीं कर सकते है .

Non Integrated Motherboard को मॉडिफाई नहीं किया जा सकता है क्योंकि इसे एक ही बार बनाया जाता है और Sholdering कर दिया जाता है .

इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड और नॉन इंटीग्रेटेड मदर बोर्ड में क्या अंतर है?

The difference between Integrated Motherboard and Non Integrated Motherboard in Hindi-

अंतर इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड नॉन इंटीग्रेटेड मदर
1. आकारइंटीग्रेटेड मदरबोर्ड और नॉन इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड के आकार अलग अलग होते है, इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड आकार नॉन इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड तुलना में छोटा होता है क्योंकि इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड में कंपोनेंट्स पास पास में जोड़ा जाता है इसलिए इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड के कंपोनेंट्स का आकार भी छोटा होता है और इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड भी नॉन इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड की तुलना में छोटा नजर आता है .नॉन इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड का आकार इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड की तुलना में बड़ा होता है क्योंकि नॉन इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड में इस्तेमाल होने वाले कंपोनेंट्स का आकार भी बड़ा होता है . नॉन इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड को इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड जैसा कम आकार में नहीं जोड़ा होता है इसलिए इसका आकार इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड की तुलना में बड़ा होता है .
2. ग्राफिक्स कार्डग्राफ़िक्स कार्ड भी इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड और नॉन इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड में अंतर पैदा करता है क्योंकि इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड में ग्राफ़िक्स कार्ड जुड़ा हुआ होता है जो की हटाने योग्य नहीं होता है (not removable) और मदरबोर्ड में कसकर जोड़ा गया होता है.नॉन इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड में ग्राफ़िक्स कार्ड Removable है जिसे कभी भी मदरबोर्ड से हटाया जा सकता है.
3. अपग्रेडिंगइंटीग्रेटेड मदरबोर्ड को अपग्रेड करना संभव नहीं है सिवाय RAM को हटाने या बदलने के अलावा. इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड सभी घटकों के साथ कसकर जोड़ा गया होता है इसलिए इसे इसे हटाना या अपग्रेड करना काफी मुश्किल काम होता है.नॉन इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड को अपग्रेड करना बिलकुल संभव होता है क्योंकि यह एक Removable मदरबोर्ड होता है जिसे अपग्रेड करना बेहद आसान होता है.
4. रिपेयर और मेंटेनेंसइंटीग्रेटेड मदरबोर्ड को रिपेयर करना काफी मुश्किल होता है क्योंकि इसमें सभी कंपोनेंट्स को कसकर आपस में जोड़ा जाता है जो की Non Removable होते है, नॉन रिमूवेबल घटकों को किसी प्रकार निकाल भी लिया जाये तो भी उन्हें रिपेयर करना काफी मुश्किल होता है क्योंकि इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड के सभी कंपोनेंट्स आकार में बहुत छोटे होते है.नॉन इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड को रिपेयर करना बहुत ज्यादा आसान होता है क्योंकि यह रिमूवेबल मदरबोर्ड होता है और इसमें इस्तेमाल किये गए सभी कंपोनेंट्स का आकार बड़ा होता है , नॉन इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड के कंपोनेंट्स भी मार्किट में आसानी से मिल जाते है इसलिए इसे रिपेयर करना आसान होता है.
5. स्पीड और परफॉरमेंसदैनिक कार्यों और नियमित कार्य के लिए इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड बहुत अच्छा है जैसे , वेब ब्राउज़िंग , वीडियोस देखना , डाटा स्टोर करना , ईमेल सेंड करना , सोशल मीडिया इस्तेमाल करना आदि. लेकिन स्पीड और परफॉरमेंस के मामले में इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड पीछे है , नॉन इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड की तुलना में इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड का स्पीड और परफॉरमेंस अच्छा नहीं है .भारी कामों के लिए इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड काफी अच्छा होता है जैसे – प्रोग्रामिंग, ऑफिस वर्क, वीडियो एडिटिंग, गेमिंग आदि. स्पीड और परफॉरमेंस के मामले में नॉन इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड अच्छा होता है , इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड की तुलना में नॉन इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड का स्पीड और परफॉरमेंस काफी अच्छा होता है .
6. पोर्टेबिलिटीइंटीग्रेटेड मदरबोर्ड लैपटॉप,कंप्यूटर,मोबाइल में फिक्स्ड किया होता है जिसे पोर्टेबिलिटी भी कहा जाता है. इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड का पोर्टेबल होने के पीछे का कारण है इसका आकार. इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड में सभी कंपोनेंट्स आपस में पास पास जुड़े होते है जो बहुत कम जगह में एकत्रित होते है जिससे इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड का वजन काफी कम होता है.नॉन इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड का आकार इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड से बड़ा होता है क्योंकि यह मदरबोर्ड बड़े बड़े Removable कंपोनेंट्स से बना होता है. इसलिए नॉन इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड का वजन इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड की तुलना में काफी ज्यादा होता है.
7. डुरैबिलिटीइंटीग्रेटेड मदरबोर्ड बहुत टिकाऊ होता है लेकिन अगर कोई घटक खराब हो जाता है या खराब हो जाता है तो उसे निकालना और रिपेयर करना काफी ज्यादा मुश्किल होता है और इसे अपग्रेड करना भी संभव नहीं होता इसलिए इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड अगर ख़राब हो जाता है तब पूरा मदरबोर्ड या फिर वो डिवाइस ही बदलनी पड़ती है जिसमे इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड लगा हो.नॉन इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड ख़ास तौर पर अपने डुरैबिलिटी के लिए जाना जाता है ऐसा इसलिए है क्योंकि यदि आवश्यक हो तो घटकों को बदला या मरम्मत किया जा सकता है , पूरे मदरबोर्ड को बदले बिना
8. प्राइसइंटीग्रेटेड मदरबोर्ड के आकार और फायदों के कारण इसकी कीमत कम होती है जो की इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड को खरीदना एक बेहतर विकल्प बनाता है. लेकिन अगर इसका एक भी घटक खराब हो जाता है, तो उस पूरे मदरबोर्ड की मरम्मत की कीमत बहुत महंगी होती है . एक कॉम्पोनेन्ट की मरम्मत संभव नहीं है क्योंकि इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड में सभी घटकों को एक साथ मजबूती से एकीकृत किया गया होता है.इंटीग्रेटेड और नॉन इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड की तुलना में नॉन इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड थोड़ा महंगा होता है क्योंकि यह एक फ़ास्ट स्पीड और परफॉरमेंस वाला मदरबोर्ड होता है. इस कीबोर्ड का अगर कोई घटक ख़राब भी हो जाता है तो उसे रिपेयर करना आसान होता है .

मदरबोर्ड पोर्ट्स (Motherboard Ports in Hindi)

Motherboard मूल रूप से एक कम्पोनेट्स हब का काम करता है मतलब की मदरबोर्ड कंप्यूटर के लिए आवश्यक सभी devices को कनेक्ट करने के लिए जगह उपलब्ध करता है .

motherboard Sockets

हर वे डिवाइस जो motherboard से कनेक्ट किया जाता है उसकी एक विशेष जगह होती है जिसे पोर्ट(port) कहा जाता है और motherboard पर हर एक डिवाइस के लिए एक विशेष पोर्ट होता है .

एक मदरबोर्ड एक कंप्यूटर में मुख्य सर्किट बोर्ड होता है जिसमें सीपीयू, मेमोरी और कंप्यूटर बनाने वाले अन्य घटक होते हैं। इसमें कई पोर्ट भी हैं जो आपको विभिन्न बाह्य उपकरणों और उपकरणों को कंप्यूटर से जोड़ने की अनुमति देते हैं। मदरबोर्ड पर पाए जाने वाले कुछ सामान्य प्रकार के पोर्ट में शामिल हैं:

  • USB पोर्ट: इनका उपयोग माउस, कीबोर्ड और प्रिंटर जैसे उपकरणों को कंप्यूटर से जोड़ने के लिए किया जाता है।
  • ईथरनेट पोर्ट: इसका उपयोग वायर्ड कनेक्शन का उपयोग करके कंप्यूटर को नेटवर्क से जोड़ने के लिए किया जाता है।
  • एचडीएमआई पोर्ट: इसका उपयोग कंप्यूटर को मॉनिटर या टीवी जैसे डिस्प्ले से कनेक्ट करने के लिए किया जाता है।
  • ऑडियो पोर्ट: इनका उपयोग स्पीकर या हेडफ़ोन को कंप्यूटर से जोड़ने के लिए किया जाता है।
  • PS/2 पोर्ट: यह एक पुराने प्रकार का पोर्ट है जिसका उपयोग कीबोर्ड या माउस को कंप्यूटर से जोड़ने के लिए किया जाता था। यह आमतौर पर नए मदरबोर्ड पर नहीं पाया जाता है।
  • PCI/PCIe स्लॉट: इनका उपयोग कंप्यूटर में विस्तार कार्ड, जैसे ग्राफिक्स कार्ड या नेटवर्क कार्ड स्थापित करने के लिए किया जाता है।
  • डीवीआई पोर्ट: यह एक अन्य प्रकार का पोर्ट है जिसका उपयोग डिस्प्ले को कंप्यूटर से जोड़ने के लिए किया जाता है।
  • वीजीए पोर्ट: यह एक पुराने प्रकार का पोर्ट है जिसका उपयोग डिस्प्ले को कंप्यूटर से जोड़ने के लिए किया जाता है। यह आमतौर पर नए मदरबोर्ड पर नहीं पाया जाता है।
  • SATA पोर्ट: इनका उपयोग स्टोरेज डिवाइस, जैसे हार्ड ड्राइव और सॉलिड स्टेट ड्राइव को कंप्यूटर से जोड़ने के लिए किया जाता है।

Power connector

कंप्यूटर सिस्टम को ON करने के लिए Motherboard पर एक Power connector दिया होता है इसी कनेक्टर की मदत से CPU तक power supply पोहोचता है , Power connector से पावर डायरेक्ट Motherboard तक नहीं जाती है उसके पहले SMPS (switch mode power supply) तक पावर जाती है जिसकी मदत से power fluctuation(अस्थिरता) से Motherboard को बचाया जाता है .

USB port

USB devices सिस्टम से कनेक्ट करने के लिए USB पोर्ट का यूज़ किया जाता है जिसका Full form होता है Universal Serial Bus , इस पोर्ट को तो आपने जरूर यूज़ किया होगा !

USB की data transfer speed काफी ज्यादा होती है USB पोर्ट का इस्तेमाल कंप्यूटर से USB devices कनेक्ट करने के लिए किया जाता है जैसे Mouse , keyboard , pen-drive etc .

VGA port

यह पोर्ट मदरबोर्ड कोई भी Display devices जैसे कंप्यूटर मॉनिटर कनेक्ट करने के लिए यूज़ किया जाता है , VGA port का फुल फॉर्म होता है Video Graphics Array (VGA) .

PS/2 port

इस पोर्ट का इस्तेमाल कीबोर्ड और माउस जोड़ने के लिए किया जाता है हालांकि इन पोर्ट्स का इस्तेमाल अभी के समय में बहुत काम किया जाता है PS/2 पोर्ट की जगह पर अब कीबोर्ड और माउस जोड़ने के लिए USB ports का यूज़ किया जाता है , PS/2 ports आपको ज्यादातर पुराने वाले मदरबोर्ड्स पर देखने को मिल जायेंगे इन ports का आकार गोल होता है .

Serial port

Serial port 9 pin और 25 pin के model में देखने को मिलते है यह ports पुराने माउस और कीबोर्ड करने के लिए या extra modem को कनेक्ट करने के लिए यूज़ किये जाते है .

Parallel port

इन ports को printer port भी कहा जाता है क्योंकि इसका इस्तेमाल प्रिंटर और स्कैनर जोड़ने के लिए किया जाता है यह ports भी सीरियल पोर्ट्स की तरह 25 pin के होते है .

Game port

पुराने motherboards पर Joystick और game console कंप्यूटर से जोड़ने के लिए game ports होते थे लेकिन अभी के मॉडर्न motherboards पर Joystick और game कंसोल जोड़ने के लिए USB ports का यूज़ किया जाता है .

External ports

नेटवर्क केबल जोड़ने के लिए इन पोर्ट्स का इस्तेमाल होता है अक्सर एक कंप्यूटर डिवाइस को दूसरी कम्यूटर डिवाइस से जोड़ने के लिए इन ports का यूज़ किया जाता है .

HDMI port

इस पोर्ट का यूज़ Display devices को CPU से कनेक्ट करने के लिए किया जाता है HDMI का फुल फॉर्म High-Definition Multimedia Interface होता है , पुराने motherboards में CPU से monitor कनेक्ट करने के लिए VGA पोर्ट होता था लेकिन अभी के मॉडर्न motherboards में ज्यादातर HDMI पोर्ट का यूज़ किया जाता है क्योंकि यह High-Definition क्वालिटी देता है !

RJ45 port

Ethernet के बारे में अपने सुना ही होगा यह एक नेटवर्किं टेक्नोलॉजी है जिसकी मदत से कंप्यूटर डिवाइस किसी नेटवर्किंग डिवाइस से जोड़ा जा सकता है , RJ45 ports कंप्यूटर से नेटवर्क डिवाइस कनेक्ट करने के लिए यूज़ किया जाता है .

दोस्तों जैसे जैसे नयी नयी टेक्नोलॉजी विकसित हो रही है वैसे वैसे मदरबोर्ड में भी काफी बदलाव हो रहे है मदरबोर्ड का आकर ही पहले से ज्यादा छोटा होता जा रहा है और मदरबोर्ड पर ports की संख्या भी कम होते जा रही है .

अगर आपने नोटिस किया होगा तो , पुराने वाले motherboards पर हर एक डिवाइस के लिए अलग अलग पोर्ट हुआ करते थे जैसे माउस और कीबोर्ड के लिए अलग पोर्ट और गेमिंग कंसोल के लिए अलग , मॉनिटर के लिए अलग पोर्ट हुआ करते थे लेकिन अभी के नए motherboards में ports की संख्या बहुत कम होती है अभी की ज्यादातर devices USB ports से कनेक्ट हो जाती है .

इसे मदरबोर्ड क्यों कहा जाता है?

Motherboard को Motherboard कहा जाता है क्योंकि यह कंप्यूटर में मुख्य सर्किट बोर्ड होता है और कंप्यूटर के अन्य सभी घटक इससे जुड़े होते हैं। माना जाता है कि “मदरबोर्ड” शब्द की उत्पत्ति कंप्यूटर के शुरुआती दिनों में हुई थी, जब केंद्रीय प्रसंस्करण इकाई (सीपीयू) और अन्य घटकों को अलग-अलग बोर्डों पर लगाया गया था जिन्हें एक बैकप्लेन में प्लग किया गया था। बैकप्लेन, जिसे अक्सर “मदरबोर्ड” कहा जाता था, सिस्टम में अन्य सभी बोर्डों, या “डॉटरबोर्ड्स” के लिए एक केंद्रीय कनेक्शन बिंदु प्रदान करता था।

समय के साथ, “मदरबोर्ड” शब्द विशेष रूप से एक कंप्यूटर में मुख्य सर्किट बोर्ड को संदर्भित करने के लिए आया है, भले ही यह एक स्टैंडअलोन बोर्ड हो या इसमें बेटीबोर्ड के साथ एक बैकप्लेन हो। आज, मदरबोर्ड एक कंप्यूटर की नींव है और सिस्टम के अन्य सभी घटकों को जोड़ने और समन्वय करने के लिए जिम्मेदार है।

मदरबोर्ड के कार्य क्या है?

मदरबोर्ड का प्राथमिक कार्य सीपीयू, मेमोरी और अन्य घटकों को एक दूसरे के साथ और अन्य बाह्य उपकरणों के साथ संवाद करने के लिए एक मंच प्रदान करना है; सिस्टम को शक्ति प्रदान करने के लिए; और सिस्टम के इनपुट/आउटपुट (I/O) कार्यों को नियंत्रित करने के लिए।

  • संचार: मदरबोर्ड एक कंप्यूटर के भीतर सभी संचार के लिए केंद्रीय केंद्र के रूप में कार्य करता है। इसमें कई सॉकेट और स्लॉट होते हैं जो सीपीयू, मेमोरी और अन्य घटकों को इससे कनेक्ट करने की अनुमति देते हैं। इसमें कई बस चैनल भी शामिल हैं जो इन घटकों को एक दूसरे के साथ और अन्य बाह्य उपकरणों, जैसे भंडारण उपकरणों और इनपुट/आउटपुट उपकरणों के साथ संचार करने की अनुमति देते हैं।
  • पावर मैनेजमेंट: मदरबोर्ड में कई वोल्टेज रेगुलेटर होते हैं जो सीपीयू और सिस्टम के अन्य घटकों को आवश्यक शक्ति प्रदान करते हैं। इसमें कई कनेक्टर भी शामिल हैं जो आपको बिजली आपूर्ति इकाई (पीएसयू) से बिजली आपूर्ति केबल को मदरबोर्ड और अन्य घटकों से जोड़ने की अनुमति देते हैं।
  • इनपुट/आउटपुट नियंत्रण: मदरबोर्ड में कई पोर्ट और कनेक्टर होते हैं जो आपको विभिन्न बाह्य उपकरणों और उपकरणों को कंप्यूटर से कनेक्ट करने की अनुमति देते हैं, जैसे कि कीबोर्ड, माउस, डिस्प्ले और स्टोरेज डिवाइस। इसमें कई नियंत्रक चिप्स भी शामिल हैं जो इन उपकरणों से डेटा के प्रवाह को प्रबंधित करते हैं।

मदरबोर्ड कितने प्रकार के होते हैं?

कई अलग-अलग प्रकार के मदरबोर्ड हैं जो विभिन्न प्रकार के कंप्यूटरों और उपयोगों का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। कुछ सामान्य प्रकार के मदरबोर्ड में शामिल हैं:

  • ATX मदरबोर्ड: यह सबसे सामान्य प्रकार का मदरबोर्ड है और इसका उपयोग अधिकांश डेस्कटॉप कंप्यूटरों में किया जाता है। ATX का अर्थ “उन्नत प्रौद्योगिकी विस्तारित” है और यह मदरबोर्ड के मानक आकार और लेआउट को संदर्भित करता है। ATX मदरबोर्ड आम तौर पर अन्य प्रकारों से बड़े होते हैं और इनका मानक आकार 305mm x 244mm होता है।
  • माइक्रोएटीएक्स मदरबोर्ड: यह एटीएक्स मदरबोर्ड का एक छोटा संस्करण है और इसका उपयोग अक्सर छोटे डेस्कटॉप कंप्यूटरों में या उन मामलों में किया जाता है जिनमें मदरबोर्ड के लिए सीमित स्थान होता है। माइक्रोएटीएक्स मदरबोर्ड आमतौर पर 244 मिमी x 244 मिमी आकार के होते हैं।
  • मिनी-आईटीएक्स मदरबोर्ड: यह एक और भी छोटा मदरबोर्ड है जो आमतौर पर छोटे फॉर्म फैक्टर कंप्यूटर या होम थिएटर पीसी में उपयोग किया जाता है। मिनी-आईटीएक्स मदरबोर्ड आमतौर पर 170 मिमी x 170 मिमी आकार के होते हैं।
  • विस्तारित एटीएक्स (ईएटीएक्स) मदरबोर्ड: यह एटीएक्स मदरबोर्ड का एक बड़ा संस्करण है और आमतौर पर हाई-एंड वर्कस्टेशन कंप्यूटर या सर्वर में उपयोग किया जाता है जिसके लिए मानक एटीएक्स मदरबोर्ड की तुलना में अधिक विस्तार स्लॉट और सुविधाओं की आवश्यकता होती है। EATX मदरबोर्ड आमतौर पर आकार में 305 मिमी x 330 मिमी होते हैं।
  • LPX मदरबोर्ड: यह पुराने प्रकार का मदरबोर्ड है जो आमतौर पर आधुनिक कंप्यूटरों में उपयोग नहीं किया जाता है। एलपीएक्स का अर्थ “लो प्रोफाइल एक्सटेंडेड” है और यह इस तथ्य को संदर्भित करता है कि मदरबोर्ड को लो प्रोफाइल वाले मामले में स्थापित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
  • BTX मदरबोर्ड: यह एक और पुराना प्रकार का मदरबोर्ड है जो आमतौर पर आधुनिक कंप्यूटरों में उपयोग नहीं किया जाता है। BTX का अर्थ है “बैलेंस्ड टेक्नोलॉजी एक्सटेंडेड” और इसे ATX फॉर्म फैक्टर के प्रतिस्थापन के रूप में डिजाइन किया गया था।

सिस्टम की विशिष्ट आवश्यकताओं और आवश्यकताओं के आधार पर अन्य प्रकार के मदरबोर्ड भी हो सकते हैं।

कौन सा मदरबोर्ड सबसे अच्छा है?

यह निर्धारित करना मुश्किल है कि कौन सा मदरबोर्ड “सर्वश्रेष्ठ” है क्योंकि यह सिस्टम की विशिष्ट आवश्यकताओं और आवश्यकताओं पर निर्भर करता है। मदरबोर्ड चुनते समय कुछ बातों पर ध्यान देना चाहिए:

  • संगतता: सुनिश्चित करें कि मदरबोर्ड सीपीयू, मेमोरी और अन्य घटकों के साथ संगत है जिनका आप उपयोग करना चाहते हैं।
  • फॉर्म फैक्टर: एक ऐसा मदरबोर्ड चुनें जो आपके द्वारा उपयोग किए जा रहे मामले में फिट हो और आपकी आवश्यकताओं के लिए विस्तार स्लॉट और कनेक्टर्स की सही संख्या हो।
  • विशेषताएं: उन सुविधाओं पर विचार करें जो आपके लिए महत्वपूर्ण हैं, जैसे कि कई ग्राफिक्स कार्ड के लिए समर्थन, हाई-स्पीड स्टोरेज इंटरफेस या उन्नत पावर प्रबंधन।
  • मूल्य: अपने बजट पर विचार करें और एक ऐसा मदरबोर्ड चुनें जो सुविधाओं और कीमत का अच्छा संतुलन प्रदान करता हो।
  • ब्रांड: एक प्रतिष्ठित ब्रांड की तलाश करें जिसका विश्वसनीयता और ग्राहक सहायता के लिए एक अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड हो।

कुल मिलाकर, आपके लिए सबसे अच्छा मदरबोर्ड आपकी विशिष्ट आवश्यकताओं और आवश्यकताओं पर निर्भर करेगा। निर्णय लेने से पहले विभिन्न विकल्पों पर शोध करना और समीक्षाओं को पढ़ना एक अच्छा विचार है।

FAQs

कंप्यूटर मदरबोर्ड क्या है in Hindi?

मदरबोर्ड कंप्यूटर सिस्टम का एक सबसे महत्वपूर्ण पार्ट होता है असल में यह एक इलेक्ट्रॉनिक सर्किट बोर्ड होता है जिससे कंप्यूटर सिस्टम के अन्य छोटे मोटे सभी कम्पोनेंट्स जुड़े होते है . इस इलेक्ट्रॉनिक सर्किट बोर्ड बोर्ड पर RAM , Processor , CMOS , HDD जैसे विभिन्न प्रकार के कंपोनेंट्स जुड़े हुए होते है .

मदरबोर्ड कितने प्रकार के होते हैं?

मदरबोर्ड मुख्य रूप से २ प्रकारों के होते है टेड मदरबोर्ड और नॉन इंटीग्रेटेड मदरबोर्ड , मदरबोर्ड विभिन्न आकारों में आते हैं, जिन्हें फॉर्म फैक्टर के रूप में जाना जाता है। सबसे आम मदरबोर्ड फॉर्म फैक्टर ATX (एटीएक्स) है। विभिन्न प्रकार के एटीएक्स को माइक्रो-एटीएक्स के रूप में जाना जाता है (कभी-कभी इन्हे µATX, मिनी-ATX, Flex ATX, EATX, WATX, नैनो-एटीएक्स, पिको-एटीएक्स, और मोबाइलएटीएक्स के रूप में दिखाया जाता है)

मदरबोर्ड का दूसरा नाम क्या है?

मदरबोर्ड, मैनबोर्ड (mainboard) , मैन सर्किट बोर्ड (main circuit board) और मोबो (mobo) इन नामों से भी जाना जाता है.

मदरबोर्ड में क्या रहता है जो मदरबोर्ड पर CPU को दुसरे पुरजो से जोड़ता हे?

मदरबोर्ड में काफी उपयोगी सिस्टम बस रहती है जो मदरबोर्ड पर CPU को दुसरे पुरजो से जोड़ती है.

कौन सी डिवाइस मदरबोर्ड से जुड़ी नहीं होती?

मॉनिटर, माउस, कीबोर्ड और फ्लैश ड्राइव आदि घटक जो मदरबोर्ड से जुड़े होते है वास्तव में यह सभी डिवाइस डिफ़ॉल्ट रूप से मदरबोर्ड से जुड़े नहीं होते हैं, इन्हें यूएसबी या इन विशेष उपकरणों के लिए निर्दिष्ट पोर्ट के माध्यम से मदरबोर्ड से जुड़े होते है.

अंतिम शब्द

दोस्तों उम्मीद है Motherboard क्या है और Motherboard के बारे में यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी अगर आपके मन में Motherboard से रेलेटेड कोई भी सवाल है तो कमेंट करके जरूर पूछे ! हमारे ब्लॉग पर आपके हर सवाल का जवाब हम जरूर देते है .

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13 COMMENTS

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