HomeCOMPUTERसबनेटिंग (subnetting) क्या है? What is Subnetting in Hindi

सबनेटिंग (subnetting) क्या है? What is Subnetting in Hindi

Subnetting in Hindi: कंप्यूटर नेटवर्किंग विषय में सबनेटिंग एक ऐसी विधि होती है जिसमे बड़े नेटवर्क्स को दो या उससे अधिक छोटे छोटे लॉजिकल नेटवर्क्स में विभाजित किया जाता है. विभाजित किये गए हर छोटे लॉजिकल नेटवर्क को सबनेट कहा जाता है. आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे सबनेटिंग क्या होती है और इसके क्या लाभ होते है. इस आर्टिकल में हम सबनेटिंग को विस्तार से समझने का प्रयास करेंगे वो भी आसान हिंदी में इसलिए इसे अंत तक जरूर पढ़े.

सबनेटिंग क्या है – What is Subnetting in Hindi

सबनेटिंग किसी भौतिक नेटवर्क को एक से अधिक छोटे लॉजिकल उप-नेटवर्क (सबनेट) में विभाजित करने के लिए उपयोग की जाने वाली रणनीति है. सबनेटिंग स्ट्रेटेजी में किसी बड़े भौतिक नेटवर्क को दो या अधिक लॉजिकल नेटवर्क्स में विभाजित किया जाता है. विभाजित किये गए छोटे लॉजिकल नेटवर्क्स को सब नेटवर्क या सबनेट कहा जाता है और इस पूरी प्रक्रिया को कंप्यूटर नेटवर्किग में सबनेटिंग कहा जाता है.

सबनेटिंग प्रोसेस में विभाजित हुए हर सबनेट का अपना अपना एक अलग एड्रेस होता है. और इन सभी सबनेट (छोटे नेटवर्क्स) को बनाने के लिए सबनेट मास्क का प्रयोग किया जाता है. सबनेटिंग प्रोसेस में विभाजित हुए हर सबनेट का अपना अपना एक अलग एड्रेस होता है. और इन सभी सबनेट (छोटे नेटवर्क्स) को बनाने के लिए सबनेट मास्क का प्रयोग किया जाता है. सबनेट मास्क का उपयोग इसमें नेटवर्क एड्रेस तथा होस्ट एड्रेस में differentiate करने के लिए किया जाता है.

Subnetting
Subnetting Concept

सबनेट मास्क का काम होता है IP एड्रेस को identify कौनसा की IP एड्रेस में कोनसा भाग होस्ट एड्रेस है और कौनसा भाग नेटवर्क एड्रेस है.

सबनेट मास्क क्या है – What is a Subnet Mask in Hindi

सबनेट मास्क एक IP address की तरह होता है, लेकिन एक नेटवर्क के भीतर केवल आंतरिक उपयोग के लिए इसका उपयोग होता है. डेटा पैकेट को सही जगह पर रूट करने के लिए राउटर सबनेट मास्क का उपयोग करते हैं. हर IP एड्रेस में एक सबनेट मास्क होता है.

Subnetting Explain in Hindi

हर IP एड्रेस में एक सबनेट मास्क होता है. Class A, Class B और Class C जैसे सभी क्लास प्रकारों में सबनेट मास्क शामिल होता है जिसे डिफ़ॉल्ट सबनेट मास्क के रूप में जाना जाता है. सबनेट मास्क का काम होता है नेटवर्क में मौजूद IP एड्रेस की संख्या और प्रकार को निर्धारित करना. फ़ायरवॉल या राउटर को डिफ़ॉल्ट गेटवे कहा जाता है. डिफ़ॉल्ट सबनेट मास्क इस प्रकार है:

  • Class A: 255.0.0.0
  • Class B: 255.255.0.0
  • Class C: 255.255.255.0

सबनेटिंग प्रक्रिया व्यवस्थापक को एकल क्लास ए, क्लास बी या क्लास सी नेटवर्क नंबर को छोटे भागों में विभाजित करने की अनुमति देती है। सबनेट को सब-सबनेट में फिर से सबनेट किया जा सकता है।

सबनेटिंग एडमिनिस्ट्रेटर को क्लास ए, क्लास बी या क्लास सी नेटवर्क नंबर को छोटे भागों में विभाजित करने की अनुमति देती है. सबनेट को भी सब-सबनेट में फिर से सबनेट किया जा सकता है मतलब सबनेट को भी फिर से विभाजित किया जा सकता है.

Subnetting की जरुरत क्यों पड़ी/सबनेटिंग क्यों इस्तेमाल की जाती है?

कुछ समय पहले जब इंटरनेट ज्यादा यूज़ नहीं होता था तब Subnetting का इतना महत्व नहीं था लेकिन जब इंटरनेट प्रचलित हुआ और जैसे जिसे इंटरनेट प्रसिद्द हुआ तब सभी IP एड्रेस Consume होने वाले थे क्योंकि उस समय सिमित IP एड्रेस ही उपलब्ध थे इसलिए IP एड्रेस की कमी (shortage) हो गयी थी. IP एड्रेस shortage के कारण इंटरनेट खतरे में आ गया था तब Subnetting का अविष्कार किया गया. Subnetting के कारण ही इंटरनेट का अस्तित्व ख़त्म होने से बच गया.

सबनेटिंग के लाभ – Advantages of Subnetting in Hindi

  • ब्रॉडकास्टस की मात्रा को कम करके नेटवर्क ट्रैफ़िक को कम करता है.
  • नेटवर्क सिक्योरिटी बेहतर होती है क्योंकि सबनेटिंग में हर सबनेट को मैनेज किया जा सकता है.
  • नेटवर्क छोटे हो जाने से collision डोमेन और ब्रॉडकास्ट डोमेन भी छोटे हो जाते है जिससे ट्रैफिक और ब्रेकडाउन की समस्या कम हो जाती है.
  • लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) में बाधाओं को पार करने में मदद करता है, उदाहरण के लिए, अनुमत होस्ट्स की अधिकतम संख्या.
  • उपयोगकर्ताओं को उनके घरों से कार्य नेटवर्क तक पहुंचने में सक्षम बनाता है क्योंकि सबनेटिंग में पूरा नेटवर्क खोलने की कोई जरूरत नहीं होती है.
  • Subnetting से एडमिनिस्ट्रेटिव कण्ट्रोल बेहतर होता है क्योंकि बड़े नेटवर्क के मुकाबले छोटे नेटवर्क को administrate करना आसान होता है.
  • एक ही नेटवर्क में दो या दो से अधिक LAN Technologies का प्रयोग किया जा सकता है.
  • इंटरनेट में राउटिंग टेबल्स की साइज कम करने में subnets उपयोगी होते है.
  • IP Address की समस्या Solve करने के लिए Subnetting सहायक होता है.

सबनेटिंग के नुकसान – Disadvantages of Subnetting in Hindi

  • Subnetting में राउटर्स, स्वीट्चेस, हब्स और ब्रिज जैसे नेटवर्किंग उपकरणों का प्रयोग किया जाता है जो की महंगे होते है , इसलिए Subnetting महंगा होता है.
  • सबनेटिंग को मैनेज करना मुश्किल काम होता है इसलिए इसे कोई भी सामान्य व्यक्ति मैनेज नहीं कर सकता.
  • Subnetting को मैनेज करने के लिए अनुभवी एडमिनिस्ट्रेटिव की आवश्यकता होती है.

Subnetting FAQ’s in Hindi

सबनेटिंग क्या है ?

सबनेटिंग एक ऐसी विधि होती है जिसमे बड़े नेटवर्क्स को दो या उससे अधिक छोटे छोटे लॉजिकल नेटवर्क्स में विभाजित किया जाता है. विभाजित किये गए हर छोटे लॉजिकल नेटवर्क को सबनेट कहा जाता है.

सबनेट मास्क क्या है?

सबनेट मास्क IP नेटवर्क की एक लॉजिकल सबडिवीज़न होती है.

Subnetting के कितने प्रकार होते है?

सबनेटिंग दो प्रकार की होती है: स्टैटिक और वेरिएबल लेंथ.

सबनेटिंग का क्या फायदा है?

राउटिंग दक्षता बढ़ाना, नेटवर्क प्रबंधन नियंत्रण और नेटवर्क सुरक्षा में सुधार करना आदि सबनेटिंग के फायदे है.

उम्मीद है आपको What is Subnetting in Hindi यह जानकारी अच्छी लगी होगी अगर आपके मन में Subnetting से सम्बंधित कोई भी सवाल है तो हमे कमेंट में जरूर बताये.

अन्य पढ़े –

Related Articles

1 COMMENT

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Trending Stories